ओपल रत्न (opal gemstone) अपनी खूबसूरती और ज्योतिषीय महत्त्व की वजह से बहुत लोकप्रिय है। लेकिन इसे किस धातु में पहनना चाहिए, यह सवाल बहुत लोग पूछते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से।
ओपल रत्न के लिए सबसे शुभ धातु
ओपल रत्न को ज्यादातर चांदी या सफेद सोने (White Gold) में पहनना शुभ माना जाता है।
यह रत्न शुक्र ग्रह से जुड़ा होता है, और ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को चांदी और सफेद धातुओं से विशेष संबंध माना जाता है। इसलिए जब ओपल को चांदी या सफेद सोने में पहना जाता है, तो यह उसके सकारात्मक असर को और भी बढ़ाता है।
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अगर चांदी या सफेद सोना न हो तो क्या करें?
- अगर चांदी या सफेद सोना संभव न हो, तो प्लैटिनम भी एक अच्छा विकल्प है।
- कुछ लोग ओपल को पीले सोने में भी पहनते हैं, लेकिन परंपरा में सबसे उपयुक्त धातु चांदी ही मानी जाती है।
- ओपल की असली चमक और असर चांदी में ज्यादा अच्छा माना जाता है, इसलिए कोशिश करें कि इसे चांदी में ही बनवाएँ।
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ओपल रत्न पहनने की सही विधि
ओपल को सिर्फ सही धातु में पहनना ही जरूरी नहीं, बल्कि इसे सही तरीके से पहनना भी उतना ही ज़रूरी है।
आइए जानें कुछ जरूरी बातें:
दिन:
ओपल रत्न को शुक्रवार के दिन पहनना सबसे शुभ होता है।
उंगली:
दाहिने हाथ की अनामिका (रिंग फिंगर) में ओपल पहनना चाहिए।
शुद्धिकरण:
ओपल पहनने से पहले इसे कच्चे दूध और गंगाजल में थोड़ी देर के लिए डुबोकर शुद्ध करें।
मंत्र:
“ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें, फिर रत्न पहनें।
दान:
ओपल पहनने के बाद किसी ब्राह्मण को दूध, चावल, सफेद कपड़ा जैसे शुक्र ग्रह से जुड़ी चीजें दान करें।
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क्यों धातु का चुनाव इतना ज़रूरी है?
ओपल शुक्र ग्रह से जुड़ा रत्न है। शुक्र ग्रह का सीधा असर जीवन में प्रेम, सुंदरता, कला, वैवाहिक सुख और धन पर पड़ता है। चांदी और सफेद सोना शुक्र से जुड़ी धातुएँ हैं, इसलिए इन्हीं में ओपल पहनने से इसका असर तेज़ और शुभ माना जाता है।
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निष्कर्ष
- ओपल रत्न को चांदी या सफेद सोने में पहनना सबसे अच्छा माना जाता है।
- अगर ये संभव न हो, तो प्लैटिनम भी एक अच्छा विकल्प है।
- शुक्रवार के दिन, अनामिका उंगली में, सही मंत्र और विधि के साथ ओपल पहनें ताकि जीवन में सुख, सौंदर्य और सफलता का आशीर्वाद मिल सके।