ओपल रत्न बहुत ही खूबसूरत और असरदार माना जाता है। यह रत्न शुक्र ग्रह से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसे सही तरीके से पहनना बहुत ज़रूरी है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि ओपल रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए, तो आइए विस्तार से जानते हैं:
ओपल रत्न कौन सी उंगली में पहनें?
ओपल रत्न को आमतौर पर दाहिने हाथ (or working hand) की अनामिका उंगली में पहना जाता है। अनामिका यानी रिंग फिंगर, जो अंगूठे और छोटी उंगली के बीच वाली उंगली होती है। ऐसा माना जाता है कि यह उंगली शुक्र ग्रह से जुड़ी होती है, इसलिए ओपल पहनने के लिए यही सबसे सही मानी जाती है। अगर आप लेफ्ट हैंडर हैं, तो अपने काम करने वाले हाथ की अनामिका उंगली में भी पहन सकते हैं।
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ओपल रत्न अनामिका में पहनने के फायदे
- वैवाहिक जीवन में सुख: ओपल पहनने से शादीशुदा जिंदगी में प्यार, समझ और शांति बढ़ती है।
- प्रेम और सुंदरता: माना जाता है कि यह रत्न पहनने वाले की सुंदरता और आकर्षण भी बढ़ाता है।
- रचनात्मकता: ओपल पहनने से कला, सृजनात्मक सोच और आइडिया भी अच्छे आते हैं।
- आत्मविश्वास: यह रत्न मन को मजबूत करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
- आर्थिक लाभ: कुछ लोग मानते हैं कि ओपल पहनने से धन और तरक्की के रास्ते भी खुलते हैं।
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ओपल रत्न पहनने की सही विधि
1. धातु चुनें: ओपल को चांदी या सोने की अंगूठी में जड़वाना चाहिए।
2. दिन: शुक्रवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है ओपल पहनने के लिए।
3. समय: शुक्रवार सुबह जल्दी (8 से 10 बजे के बीच) ओपल पहनना शुभ होता है।
4. शुद्धिकरण: अंगूठी पहनने से पहले इसे थोड़ी देर के लिए गंगाजल और कच्चे दूध में रखें। इससे रत्न शुद्ध हो जाता है।
5. मंत्र: अंगूठी पहनने से पहले “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” मंत्र को 108 बार बोलें।
6. दान करें: रत्न पहनने के बाद, किसी ब्राह्मण को सफेद चीजें जैसे चावल, दूध या कपड़ा दान करना अच्छा माना जाता है।
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अंत में
ओपल रत्न दिखने में जितना सुंदर होता है, उतना ही असर भी रखता है। लेकिन इसे पहनने से पहले हमेशा किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह जरूर लें, ताकि यह रत्न आपके लिए सही साबित हो।