मूंगा रत्न (Red Coral) एक शक्तिशाली रत्न है जिसे वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह (Mars) से संबंधित माना जाता है। यह साहस, आत्मविश्वास, ऊर्जा और निर्णय क्षमता को बढ़ाता है। लेकिन इस रत्न को पहनने से पहले यह जानना जरूरी है कि मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं पहनना चाहिए। साथ ही, मूंगा रत्न किस उंगली में पहने, यह भी हम इस लेख में विस्तार से समझेंगे।
मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए
MyRatna के ज्योतिषियों के अनुसार, मूंगा रत्न (Red Coral) उन लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ होता है जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत और शुभ स्थिति में हो, या जिनकी महादशा या अंतर्दशा मंगल की चल रही हो।
मूंगा रत्न पहनने के लिए उपयुक्त स्थिति:
- जब मंगल ग्रह उच्च का हो (मकर राशि में)
- जब मंगल त्रिकोण या केन्द्र भावों (1, 4, 7, 10) में हो
- मेष या वृश्चिक राशि के जातक
- जब कुंडली में मंगल योगकारक हो
- मंगल की दशा या अंतर्दशा चल रही हो
- पुलिस, सेना, डॉक्टर, इंजीनियर, बिल्डर, रियल एस्टेट जैसे पेशों में कार्यरत लोग
- आत्मबल की कमी, झिझक या डर से जूझ रहे व्यक्ति
मूंगा रत्न पहनने से संभावित लाभ:
- आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि
- निर्णय लेने की क्षमता में सुधार
- रक्त से संबंधित बीमारियों में लाभ
- शत्रु बाधा में सफलता
- वैवाहिक जीवन में मजबूती
नोट: मूंगा रत्न धारण करने से पहले योग्य वैदिक ज्योतिषाचार्य से कुंडली की जांच आवश्यक है।
मूंगा रत्न किसे नहीं पहनना चाहिए
MyRatna के हस्त शास्त्रियों के अनुसार, अगर आपकी कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ, नीच का या दोषकारक स्थिति में हो, तो मूंगा रत्न पहनना हानिकारक साबित हो सकता है।
मूंगा रत्न नहीं पहनने वालों की स्थिति:
- तुला, कर्क और मीन राशि के जातक (जब तक मंगल शुभ न हो)
- जब मंगल 6वें, 8वें या 12वें भाव में हो और पाप ग्रहों से पीड़ित हो
- जब मंगल के साथ राहु, केतु या शनि की युति हो
- जब चंद्रमा कमजोर हो और मंगल उस पर दृष्टि डाले
- जब वैवाहिक जीवन में तनाव, दुर्घटना योग या कोर्ट-कचहरी के मामले मंगल से बन रहे हों
मूंगा रत्न पहनने से संभावित हानियां:
- गुस्से और चिड़चिड़ेपन में वृद्धि
- पारिवारिक और वैवाहिक जीवन में संघर्ष
- दुर्घटनाओं की संभावना
- आर्थिक हानि या गलत निर्णय लेने की प्रवृत्ति
नोट: बिना ज्योतिषीय सलाह के मूंगा रत्न पहनना नुकसानदायक हो सकता है।
मूंगा रत्न किस उंगली में पहने
- मूंगा रत्न को काम करने वाले हाथ (working hand) की अनामिका उंगली (Ring Finger) में पहना जाता है।
- मूंगा रत्न अंगूठी (Red Coral Ring) को आमतौर पर सोने या तांबे की अंगूठी में जड़वाना चाहिए ताकि इसका ज्योतिषीय प्रभाव पूरी तरह प्राप्त हो सके।
- इसे मंगलवार के दिन, सूर्योदय के समय, मंत्र जप के साथ धारण किया जाता है:
- मंत्र: “ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः” (108 बार जप करें)

मूंगा रत्न कहां से खरीदें?
अगर आप मूंगा रत्न (Red Coral) खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रत्न प्राकृतिक (Natural) और प्रमाणित (Certified) हो। बाज़ार में नकली या सिंथेटिक रत्न भी मिलते हैं, जो पहनने के बाद कोई लाभ नहीं देते।
आप भारत के टॉप जेमस्टोन सेलर MyRatna की वेबसाइट पर जाकर प्रामाणिक मूंगा रत्न का कलेक्शन देख सकते हैं। यहां आपको:
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- हर बजट के अनुसार विकल्प
- ज्योतिषीय सलाह के साथ चयन की सुविधा मिलती है।

निष्कर्ष
मूंगा रत्न ऊर्जा, साहस और आत्मबल का प्रतीक है, लेकिन यह तभी प्रभावी होता है जब आपकी कुंडली में मंगल शुभ हो। अगर मंगल अशुभ या पीड़ित हो, तो यह रत्न नुकसान भी पहुंचा सकता है।
इसलिए, यदि आप सोच रहे हैं कि मूंगा रत्न किसे पहनना चाहिए, तो पहले अपनी जन्म कुंडली का विश्लेषण अवश्य कराएं।
Free Gemstone Recommendation प्राप्त करने और यह जानने के लिए कि आपके लिए मूंगा रत्न पहनना शुभ है या नहीं, आप अपनी कुंडली की जांच अवश्य करें।
मूंगा रत्न के फायदे से जुड़ी और गहराई से जानकारी के लिए, आप हमारा ताज़ा ब्लॉग जरूर पढ़ें जिसमें हमने इसके लाभ, ज्योतिषीय महत्व और जीवन में आने वाले प्रभावों को विस्तार से समझाया है।
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